लेखनी प्रतियोगिता -11-Dec-2022
जिंदगी में कुछ करना कुछ पाना है हौसले बुलंद करके जीना होगा
न सोचना अतीत का क्या क्यों कब होगा
बढ़ाओ कदम अपने न कर हार की चिंता
या तो जीत के आयेंगे या चिता में राख बन जायेंगे
यू हार के डर से कदम न बढ़ाए और हिम्मत हार जाए तो
आज जो बॉर्डर में खड़े फौजी वो भी दुबक कर बैठ जाए
ये जिंदगी का हिस्सा ही नही
डर से खुद की पहचान ही नही
बन निडर भरो उड़ान अभी सफलता को पाना है
रखो इरादे बुलंद खुद में हार न जाना है
इरादे मजबूत हो तो टूट नही सकते
चाहे कुछ भी खुद से रूठ नही सकते
तो दो खुद का साथ पहचानो खुद को करना है भरो उड़ान तुमको अब नभ को छूना है
पंख तुम्हारे है कोई काट भी न पाएगा
अगर ठान ली तुमने तो कोई हरा ना पाएगा
हौसले बुलंद होने चाहिए मेहनत में बात हो
किस्मत बदल जाती जब अपने का साथ हो
Mahendra Bhatt
12-Dec-2022 09:55 AM
बेहतरीन अभिव्यक्ति
Reply
Punam verma
12-Dec-2022 08:49 AM
Nice
Reply
Abhinav ji
12-Dec-2022 07:31 AM
Very nice👍
Reply